बिलासपुर जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बन्दला ने किया सहरानीय कार्य
विनोद चड्ढा कुठेड़ा बिलासपुर
बिलासपुर जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बंदला ने एक ऐसा कार्य कर डाला जो आज दिन तक जिला का कोई स्कूल नहीं कर पाया था। अपनी लोकल भाषा को प्रमोट करने के लिए स्कूल प्रबंधन ने कहलूरी भाषा में अपनी स्कूल प्रेयर शुरू कर दी। हिंदी की प्रेयर मां सरस्वती वर दे मां को कहलूरी भाषा में कंपोज करके मां सरस्तवी वरदे माएं, बनाकर पूरी प्रेयर को कहलूरी में कर डाला। जिसे प्रतिदिन बच्चों को अभ्यास करवाकर अब सीधे प्रेयर में शुरू भी करवा दिया है।
कहलूरी भाषा में प्रेयर शुरू करने वाला बंदला सरकारी स्कूल जिला का पहला एक मात्र स्कूल होगा। इस प्रेयर को कंपोज इस स्कूल के अध्यापक तथा रंगकर्मी अभिषेक डोगरा ने किया है। सुबह स्कूल प्रेयर में स्कूली विद्यार्थी कहलूर भाषा में ही लेक्चर भी देते है। जिसमें बिलासपुर का नलवाड़ी मेला या फिर कहलूर की रियासत के बारे में बताया जाता है। यह लेक्चर भी कहलूरी भाषा में बोला जाता है। आपको बता दें कि बंदला स्कूल अपनी स्थानीय भाषा को प्रमोट करने के लिए आए दिन नित नए प्लान तैयार करते रहता है। इसके साथ ही स्कूल प्रबंधन ने यह भी प्लान तैयार किया है कि अगर बीच में कुछ समय बचेगा तो विद्यार्थियों को कहलूर रियासत के बारे में और अपने भाषा का महत्व के बारे में भी जागरूक किया जाएगा। गौर हो कि बिलासपुर की कहलूर रियासत की कहानी देश दुनिया में प्रसिद्व है। देश दुनिया से यहां पर स्थित रंगनाथ मंदिरों को देखने और इन मंदिरों पर अध्ययन करने के लिए पहुंचते है। ऐसे में बंदला स्कूल में विद्यार्थियों को कहलूर रियासत के बारे में भी पढ़ाना, जिला की संस्कति को बढ़ावा देने के बराबर होगा। इस प्रार्थना को कहलूरी में कंपोज करने वाले स्कूल के अध्यापक अभिषेक डोगरा का कहना है कि सुबह प्रार्थना सभा में स्टूडेंट्स को कहलूरी बोली में लेक्चर भी दिया जाता है इसमें बिलासपुर के नलवाड़ी मेले या कहलूर रियासत के ऐतिहासिक संदर्भों के बारे में बताया जाता ह इस संदर्भ में जब स्कूल प्रधानाचार्य मनोज कुमार से बात की गई तो उनका कहना है कि स्कूल प्रशासन ने अपने स्तर पर कहलूरी भाषा में स्कूल प्रेयर का तैयार करवाया है। स्थानीय भाषा को प्रमोट करने के लिए स्कूल प्रबंधन कई अहम निर्णय लेता है। उन्होंने इस नई शुरूआत को लेकर स्कूल प्रशासन और सभी स्कूल बच्चों को बधाई दी है। उधर, उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक का कहना है कि कहलूरी भाषा में शुरू की गई प्रार्थना एक सराहनीय कार्य है। उन्होंने स्कूल प्रबंधन को बधाई दी है और कहा है कि वह जल्द ही स्कूल में आएंगे।